बच्चा पैदा करने के लिए क्या आवश्यक है. ?

बच्चा पैदा करने के लिए क्या आवश्यक है: पुरुष का स्पर्म और औरत का गर्भ !!! लेकिन रुकिए …सिर्फ गर्भ ??? नहीं… नहीं…!!! एक ऐसा शरीर जो इस क्रिया के लिए तैयार हो ! जबकि स्पर्म के लिए 13 साल और 70 साल का स्पर्म भी चलेगा ! लेकिन गर्भाशय का मजबूत होना अति आवश्यक है ! इसलिए सेहत भी अच्छी होनी चाहिए ! एक ऐसी स्त्री का गर्भाशय जिसको बाकायदा हर महीने समयानुसार माहवारी (Period) आती हो ! जी हाँ ! वही माहवारी जिसको सभी स्त्रियाँ हर महीने बर्दाश्त करती हैं !

बर्दाश्त इसलिए क्योंकि महावारी (Period) उनका चॉइस नहीं है ! यह कुदरत के द्वारा दिया गया एक नियम है ! वही महावारी जिसमें शरीर पूरा अकड़ जाता है ! कमर लगता है टूट गयी हो ! पैरों की पिण्डलियाँ फटने लगती हैं ! लगता है पेड़ू में किसी ने पत्थर ठूँस दिये हों ! दर्द की हिलोरें सिहरन पैदा करती हैं ! ऊपर से लोगों की घटिया मानसिकता की वजह से इसको छुपा छुपा के रखना अपने आप में किसी जँग से कम नहीं ! बच्चे को जन्म देते समय दर्द को बर्दाश्त करने के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से तैयार हों ! चालीस हड्डियाँ एक साथ टूटने जैसा दर्द सहन करने की क्षमता से परिपूर्ण हों !

गर्भधारण करने के बाद शुरू के 3 से 4 महीने जबरदस्त शारीरिक और हार्मोनल बदलाव के चलते उल्टियाँ, थकान, अवसाद के लिए मानसिक रूप से तैयार हों ! 5वें से 9वें महीने तक अपने बढ़े हुए पेट और शरीर के साथ सभी काम यथावत करने की शक्ति हो ! गर्भधारण के बाद कुछ विशेष परिस्थितियों में तरह तरह के हर दूसरे तीसरे दिन इंजेक्शन लगवानें की हिम्मत रखती हों ! (जो कभी एक इंजेक्शन लगने पर भी घर को अपने सिर पर उठा लेती थी !) प्रसव पीड़ा को दो-चार, छः घण्टे के अलावा, दो दिन, तीन दिन तक बर्दाश्त कर सकने की क्षमता हो ! और अगर फिर भी बच्चे का आगमन ना हो तो गर्भ को चीर कर बच्चे को बाहर निकलवाने की हिम्मत रखती हों !

अपने खूबसूरत शरीर में स्ट्रेच मार्क्स और ऑपरेशन का निशान तअउम्र अपने साथ ढोने को तैयार हों ! कभी कभी प्रसव के बाद दूध कम उतरने या ना उतरने की दशा में तरह-तरह के काढ़े और दवाई पीने का साहस रखती हों ! जो अपनी नीन्द को दाँव पर लगा कर दिन और रात में कोई फर्क ना करती हो ! 3 साल तक सिर्फ बच्चे के लिए ही जीने की शर्त पर गर्भधारण के लिए राजी होती हैं ! एक गर्भ में आने के बाद एक स्त्री की यही मनोदशा होती है जिसे एक पुरुष शायद ही कभी समझ पाये !

औरत तो स्वयं अपने आप में एक शक्ती है, बलिदान है ! इतना कुछ सहन करतें हुए भी वह तुम्हारें अच्छे-बुरे, पसन्द-नापसन्द का ख्याल रखती है ! अरे जो पूजा करने योग्य है ! जो पूजनीय है ! उसे हम बस अपनी उपभोग की वस्तु समझते हैं ! आसमानी क़िताब के बकवासों के आधार पर उस पर पाबन्दी लगाते हैं! उसके ज़िन्दगी के हर फैसले, खुशियों और धारणाओं पर हम अपना अङ्कुश रख कर खुद को मर्द समझते हैं!

इस घटिया मर्दानगी पर अगर इतना ही घमण्ड है हमें तो बस एक दिन खुद को उनकी जगह रख कर देखें अगर ये दो कौड़ी की मर्दानगी बिखर कर चकनाचूर न हो जाये तो कहना ! याद रखें जो औरतों की इज्ज़त करना नहीं जानतें वो कभी मर्द हो ही नहीं सकतें ! स्‍त्री का सम्‍मान, इन्सानी हुकूक के दायरे में आता है ! वह भी उतनी ही स्वतन्त्र और सम्‍मान की हक़दार, भागीदार, साझेदार है, जितना कि कोई मर्द

!! कृपया महिलाओं का सम्मान करें !!

Read and Write Roman Numerals: रोमन अंक कैसे पढ़ें और लिखें


Read and Write Roman Numerals:रोमन संख्याएँ प्राचीन रोम की एक महत्वपूर्ण विरासत हैं, जो आज भी हमारे दैनिक जीवन में प्रासंगिक हैं। ये संख्याएँ न केवल ऐतिहासिक महत्व रखती हैं, बल्कि आधुनिक समय में भी विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग की जाती हैं। इस लेख में, हम रोमन संख्याओं के इतिहास, उनके महत्व, और उन्हें पढ़ने तथा लिखने की विधि के बारे में विस्तार से जानेंगे।

1. रोमन संख्याओं का इतिहास:

रोमन संख्या प्रणाली का विकास लगभग 500 ईसा पूर्व में हुआ था। यह प्रणाली प्राचीन रोमन साम्राज्य में विकसित हुई और धीरे-धीरे पूरे यूरोप में फैल गई। रोमन संख्याएँ एट्रुस्कन संख्या प्रणाली से प्रेरित थीं, जो इटली के एट्रुरिया क्षेत्र की प्राचीन सभ्यता द्वारा उपयोग की जाती थीं।

रोमन संख्याओं का उपयोग व्यापार, कानून, और प्रशासन में व्यापक रूप से किया जाता था। ये संख्याएँ स्मारकों, भवनों, और सार्वजनिक स्थलों पर अंकित की जाती थीं, जो आज भी कई प्राचीन स्थलों पर देखी जा सकती हैं।

मध्यकाल में, रोमन संख्याएँ यूरोप में प्रमुख संख्या प्रणाली बनी रहीं। हालांकि, 13वीं और 14वीं शताब्दी में अरबी संख्याओं के प्रचलन के साथ, रोमन संख्याओं का उपयोग धीरे-धीरे कम होने लगा। फिर भी, कई क्षेत्रों में रोमन संख्याओं का उपयोग जारी रहा।

2. रोमन संख्याओं का महत्व:

आधुनिक समय में भी रोमन संख्याओं का महत्व कम नहीं हुआ है। ये संख्याएँ विभिन्न क्षेत्रों में अभी भी प्रयोग की जाती हैं:

a) घड़ियों में: कई एनालॉग घड़ियों में, विशेष रूप से क्लासिक और लक्जरी घड़ियों में, रोमन संख्याओं का उपयोग किया जाता है।

b) पुस्तकों में: पुस्तकों के अध्यायों, प्रस्तावना, और परिशिष्ट को अंकित करने के लिए रोमन संख्याओं का उपयोग किया जाता है।

c) फिल्मों और टेलीविजन शो में: कई फिल्मों और टीवी शो के शीर्षक या प्रोडक्शन वर्ष को दर्शाने के लिए रोमन संख्याओं का उपयोग किया जाता है।

d) कानूनी दस्तावेजों में: कुछ देशों में, कानूनी दस्तावेजों और संविधान के अनुच्छेदों को रोमन संख्याओं से अंकित किया जाता है।

e) शाही वंशावलियों में: राजाओं और रानियों के नामों के साथ उनके क्रम को दर्शाने के लिए रोमन संख्याओं का उपयोग किया जाता है, जैसे एलिजाबेथ II।

3. रोमन संख्याओं के मूल चिह्न:

रोमन संख्या प्रणाली में सात मूल चिह्न हैं:

I = 1
V = 5
X = 10
L = 50
C = 100
D = 500
M = 1000

इन मूल चिह्नों के संयोजन से अन्य संख्याएँ बनाई जाती हैं। रोमन संख्या प्रणाली में शून्य (0) का कोई चिह्न नहीं है, क्योंकि प्राचीन रोमनों ने शून्य की अवधारणा का उपयोग नहीं किया था।

4. रोमन संख्याओं को पढ़ने के नियम:

रोमन संख्याओं को पढ़ने के लिए कुछ बुनियादी नियमों को समझना आवश्यक है:

a) बड़े से छोटे का नियम: आमतौर पर, बड़े मूल्य वाले चिह्न को बाएँ से दाएँ की ओर छोटे मूल्य वाले चिह्नों से पहले लिखा जाता है। उदाहरण के लिए, XVI में X (10) को V (5) से पहले लिखा गया है, और V को I (1) से पहले।

b) जोड़ने का नियम: जब एक बड़े मूल्य वाला चिह्न एक छोटे मूल्य वाले चिह्न के बाद आता है, तो उन्हें जोड़ा जाता है। उदाहरण के लिए, VI = 5 + 1 = 6

c) घटाने का नियम: जब एक छोटे मूल्य वाला चिह्न एक बड़े मूल्य वाले चिह्न के पहले आता है, तो छोटे मूल्य को बड़े मूल्य से घटाया जाता है। उदाहरण के लिए, IV = 5 – 1 = 4

d) दोहराव का नियम: एक चिह्न को लगातार तीन बार तक दोहराया जा सकता है। उदाहरण के लिए, III = 3, XXX = 30

इस प्रकार, रोमन संख्याओं का इतिहास और उनके महत्व के साथ-साथ उन्हें पढ़ने के मूल नियमों को समझने से हम इस प्राचीन संख्या प्रणाली की जटिलताओं को समझने की ओर एक कदम आगे बढ़ जाते हैं।

  1. 4.रोमन संख्याओं को लिखने के नियम:

रोमन संख्याओं को लिखने के लिए कुछ विशिष्ट नियमों का पालन किया जाता है:

a) क्रम का नियम: बड़े मूल्य वाले चिह्नों को पहले लिखा जाता है, उसके बाद छोटे मूल्य वाले चिह्न। उदाहरण के लिए, 21 को XXI लिखा जाता है, न कि IXX।

b) घटाव का सीमित उपयोग: केवल कुछ विशेष स्थितियों में ही छोटे मूल्य वाले चिह्न को बड़े मूल्य वाले चिह्न के पहले लिखा जाता है:

  • I केवल V और X से पहले लिखा जा सकता है (IV = 4, IX = 9)
  • X केवल L और C से पहले लिखा जा सकता है (XL = 40, XC = 90)
  • C केवल D और M से पहले लिखा जा सकता है (CD = 400, CM = 900)

c) दोहराव की सीमा: किसी भी चिह्न को तीन बार से अधिक नहीं दोहराया जा सकता। उदाहरण के लिए, 4 को IIII के रूप में नहीं, बल्कि IV के रूप में लिखा जाता है।

5 के गुणकों का नियम:

V, L, और D चिह्नों को कभी भी नहीं दोहराया जाता। इसके बजाय, अगले बड़े चिह्न का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, 10 को VV के रूप में नहीं, बल्कि X के रूप में लिखा जाता है।

  1. रोमन संख्याओं के उदाहरण:

आइए कुछ उदाहरणों के साथ रोमन संख्याओं को लिखने और पढ़ने का अभ्यास करें:

  • 7 = VII (5 + 1 + 1)
  • 14 = XIV (10 + 5 – 1)
  • 39 = XXXIX (10 + 10 + 10 + 10 – 1)
  • 44 = XLIV (50 – 10 + 5 – 1)
  • 99 = XCIX (100 – 10 + 10 – 1)
  • 500 = D
  • 2024 = MMXXIV (1000 + 1000 + 10 + 10 + 5 – 1)
  1. रोमन संख्याओं की सीमाएँ:

रोमन संख्या प्रणाली, अपनी सभी विशेषताओं के बावजूद, कुछ सीमाओं से ग्रस्त है:

a) जटिल गणना: बड़ी संख्याओं के साथ गणितीय संक्रियाएँ करना मुश्किल हो सकता है।

b) शून्य का अभाव: रोमन संख्या प्रणाली में शून्य का कोई प्रतीक नहीं है, जो कुछ गणनाओं को जटिल बना देता है।

c) दशमलव और भिन्न: इस प्रणाली में दशमलव और भिन्न संख्याओं को व्यक्त करना मुश्किल है।

d) बड़ी संख्याएँ: बहुत बड़ी संख्याओं को व्यक्त करने के लिए लंबे चिह्न श्रृंखलाओं की आवश्यकता होती है।

  1. 6.रोमन संख्याओं का आधुनिक उपयोग:

आधुनिक समय में रोमन संख्याओं का उपयोग मुख्य रूप से सौंदर्यात्मक और परंपरागत कारणों से किया जाता है। कुछ प्रमुख क्षेत्र जहाँ रोमन संख्याओं का उपयोग अभी भी प्रचलित है:

a) समय मापन: कई घड़ियों और घंटों में रोमन संख्याओं का उपयोग किया जाता है।

b) साहित्य: पुस्तकों के अध्यायों, प्रस्तावना, और परिशिष्ट को अंकित करने में।

c) फिल्म और टेलीविजन उद्योग: फिल्मों और टीवी शो के शीर्षकों या निर्माण वर्ष को दर्शाने में।

d) वास्तुकला: इमारतों और स्मारकों पर तिथियाँ या क्रमांक अंकित करने में।

e) शैक्षणिक क्षेत्र: स्कूलों और विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक वर्षों या सेमेस्टर को दर्शाने में।

f) कानूनी दस्तावेज: कुछ देशों में कानूनी दस्तावेजों और संविधान के अनुच्छेदों को अंकित करने में।

g) राजवंश: राजाओं और रानियों के नामों के साथ उनके क्रम को दर्शाने में।

  1. 7. रोमन संख्याओं का महत्व शिक्षा में:

रोमन संख्याओं को सीखना न केवल ऐतिहासिक महत्व के कारण महत्वपूर्ण है, बल्कि यह छात्रों के लिए कई शैक्षणिक लाभ भी प्रदान करता है:

a) संख्या प्रणालियों की समझ: यह छात्रों को विभिन्न संख्या प्रणालियों के बीच संबंध समझने में मदद करता है।

b) तार्किक सोच: रोमन संख्याओं को पढ़ना और लिखना तार्किक सोच और समस्या समाधान कौशल को बढ़ावा देता है।

c) ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य: यह छात्रों को गणित के इतिहास और विकास के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है।

d) सांस्कृतिक जागरूकता: रोमन संख्याओं का अध्ययन छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों और उनकी प्रथाओं के प्रति संवेदनशील बनाता है।

  1. 8. रोमन संख्याओं को याद रखने के तरीके:

रोमन संख्याओं को याद रखने के लिए कुछ उपयोगी युक्तियाँ:

a) मनोनिक डिवाइस: “I Value Xylophones Like Cows Dig Milk” जैसे वाक्यों का उपयोग करें, जहाँ प्रत्येक शब्द का पहला अक्षर एक रोमन संख्या चिह्न को दर्शाता है (I=1, V=5, X=10, L=50, C=100, D=500, M=1000)।

b) विजुअल एसोसिएशन: प्रत्येक चिह्न को एक आकृति या वस्तु से जोड़ें। उदाहरण के लिए, ‘V’ को विजय का चिह्न मानें।

c) अभ्यास: नियमित रूप से रोमन संख्याओं का उपयोग करें, जैसे दैनिक तिथियों को रोमन संख्याओं में लिखना।

d) पैटर्न पहचान: रोमन संख्याओं में पैटर्न को पहचानने का प्रयास करें, जैसे कि IV, IX, XL, XC में दोहराव।

इस प्रकार, रोमन संख्याओं को पढ़ने और लिखने की कला न केवल एक ऐतिहासिक कौशल है, बल्कि यह आधुनिक जीवन में भी प्रासंगिक और उपयोगी है। इसकी समझ हमें न केवल इतिहास और संस्कृति से जोड़ती है, बल्कि हमारी तार्किक और गणितीय क्षमताओं को भी बढ़ाती है।

Attacks on the Hindu minorities are continuing in Bangladesh

News coming in from #Comilla district. On the night of 08/08/2024, Islamists attacked a Hindu village. Islamists set ablaze a few houses of Hindu minorities in Boroigaon village under Laksam Upazila of Comilla district. Besides Hindu homes, the cowshed of Amiya Singha was burnt down. Two cows were burnt in the fire.

Wayanad Landslide: वायनाड में भूस्खलन से 243 लोग मर चुके हैं और लगभग इतने ही लापता हैं

Wayanad Landslide: विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र को 2011 और 13 में संवेदनशील क्षेत्र की सूची में डालने की बात की थी जिसे ‘व्यवसायिक हितों’ को बचाने के लिए कॉन्ग्रेस वाली केरल सरकार और UPA ने नकार दिया था आज राष्ट्रीय स्वयम सेवक संघ के लोग निःस्वार्थ सेवा दे रहे हैं, खाकी हाफ पैंट में

ड्रग्स लेते हैं राहुल गांधी, राहुल गांधी का डोप टेस्ट होनी चाहिए: कंगना रनौत

Rahul Gandhi takes drugs कंगना रनौत का राहुल गांधी पर बड़ा आरोप! “ड्रग्स लेते हैं राहुल गांधी, राहुल गांधी का डोप टेस्ट होनी चाहिए।” “राहुल गांधी संसद में बदहवास हालत में पहुंचते हैं।” “संसद में नॉनसेंस बातें करते हैं ऐसा कोई नशेड़ी ही कर सकता है।” “राहुल गांधी की बातों से लगता है कि वो लगातार ड्रग्स का सेवन करते हैं।” “राहुल गांधी संविधान का जरा भी सम्मान नहीं करते हैं, संसद में बिना सिर-पैर की बाते बोलते हैं।”

Israel Hamas War ईरान में मारा गया हमास प्रमुख इस्माइल हानिया

हमास ने भी एक बयान जारी कर इस्माइल हानिया की मौत की पुष्टि की और हत्या के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया। हालाँकि, इज़राइल ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है।

Israel Hamas War: हमास के राजनीतिक विभाग के प्रमुख इस्माइल हानिया की मृत्यु हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्माइल हानिया की हत्या ईरान में हुई थी. ईरानी सेना और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने भी इस बात को स्वीकार किया। कथित तौर पर तेहरान में इस्माइल हानिया के घर पर हमला किया गया, जिसमें उनकी और उनके एक अंगरक्षक की मौत हो गई। हमास ने भी इस्माइल हानिया की हत्या को स्वीकार किया और इजराइल की निंदा की.

Wayanad Landslide: अब तक 84 मौत धरती हिली और धंसने लगी जमीन.. कुदरत के कहर से कराह रहा 

पूरे केरल के वायनाड में तेज चीखें सुनाई दे रही हैं. रोना मेरे कानों तक पहुँचता है। भूस्खलन के बाद वायनाड के निवासी सदमे में हैं. लोगों को इस दर्द से उबरने में काफी वक्त लगेगा.

केरल के वायनाड में हर तरफ छाया और चीख-पुकार है. रोने से मेरे कान जल जाते हैं। भूस्खलन के बाद वायनाड में लोग सदमे में हैं. इस दर्द से उबरने में लोगों को काफी समय लग जाता है। सुरक्षा बल और सरकारी अधिकारी राहत प्रयासों में व्यस्त हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भूस्खलन में 84 लोगों की मौत हो गई. कई लोग अभी भी लापता हैं और तलाश जारी है. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है.

Wayanad Landslide

वायनाड में भारी तबाही

केरल राज्य के पहाड़ी क्षेत्र वायनाड में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से व्यापक क्षति हुई है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ और राज्य पुलिस संयुक्त रूप से बचाव अभियान चला रही है। मलबे में फंसे लोगों को निकालने और लापता लोगों की तलाश जारी है. बचाव अभियान के लिए 122वीं मद्रास इन्फैंट्री बटालियन की एक टीम को बुलाया गया। सेना के इंजीनियरों की कोर के भी जल्द ही वायनाड पहुंचने की उम्मीद है।

Mobile Google CEO Promises 11 Daydream-compatible phones

Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit voluptatem accusantium doloremque laudantium, totam rem aperiam, eaque ipsa quae ab illo inventore veritatis et quasi architecto beatae vitae dicta sunt explicabo.

Neque porro quisquam est, qui dolorem ipsum quia dolor sit amet, consectetur, adipisci velit, sed quia non numquam eius modi tempora incidunt ut labore et dolore magnam aliquam quaerat voluptatem. Ut enim ad minima veniam, quis nostrum exercitationem ullam corporis suscipit laboriosam, nisi ut aliquid ex ea commodi consequatur.

At vero eos et accusamus et iusto odio dignissimos ducimus qui blanditiis praesentium voluptatum deleniti atque corrupti quos dolores et quas molestias excepturi sint occaecati cupiditate non provident, similique sunt in culpa qui officia deserunt mollitia animi, id est laborum et dolorum fuga.

Quis autem vel eum iure reprehenderit qui in ea voluptate velit esse quam nihil molestiae consequatur, vel illum qui dolorem eum fugiat quo voluptas nulla pariatur.

Temporibus autem quibusdam et aut officiis debitis aut rerum necessitatibus saepe eveniet ut et voluptates repudiandae sint et molestiae non recusandae. Itaque earum rerum hic tenetur a sapiente delectus, ut aut reiciendis voluptatibus maiores alias consequatur aut perferendis doloribus asperiores repellat.

Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipisicing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.

“Duis aute irure dolor in reprehenderit in voluptate velit esse cillum dolore eu fugiat”

Nemo enim ipsam voluptatem quia voluptas sit aspernatur aut odit aut fugit, sed quia consequuntur magni dolores eos qui ratione voluptatem sequi nesciunt.

Et harum quidem rerum facilis est et expedita distinctio. Nam libero tempore, cum soluta nobis est eligendi optio cumque nihil impedit quo minus id quod maxime placeat facere possimus, omnis voluptas assumenda est, omnis dolor repellendus.

Nulla pariatur. Excepteur sint occaecat cupidatat non proident, sunt in culpa qui officia deserunt mollit anim id est laborum.

Mayors agree, Congress should invest in affordable housing

Quis autem vel eum iure reprehenderit qui in ea voluptate velit esse quam nihil molestiae consequatur, vel illum qui dolorem eum fugiat quo voluptas nulla pariatur.

Temporibus autem quibusdam et aut officiis debitis aut rerum necessitatibus saepe eveniet ut et voluptates repudiandae sint et molestiae non recusandae. Itaque earum rerum hic tenetur a sapiente delectus, ut aut reiciendis voluptatibus maiores alias consequatur aut perferendis doloribus asperiores repellat.

Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipisicing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.

“Duis aute irure dolor in reprehenderit in voluptate velit esse cillum dolore eu fugiat”

Nemo enim ipsam voluptatem quia voluptas sit aspernatur aut odit aut fugit, sed quia consequuntur magni dolores eos qui ratione voluptatem sequi nesciunt.

Et harum quidem rerum facilis est et expedita distinctio. Nam libero tempore, cum soluta nobis est eligendi optio cumque nihil impedit quo minus id quod maxime placeat facere possimus, omnis voluptas assumenda est, omnis dolor repellendus.

Nulla pariatur. Excepteur sint occaecat cupidatat non proident, sunt in culpa qui officia deserunt mollit anim id est laborum.

Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit voluptatem accusantium doloremque laudantium, totam rem aperiam, eaque ipsa quae ab illo inventore veritatis et quasi architecto beatae vitae dicta sunt explicabo.

Neque porro quisquam est, qui dolorem ipsum quia dolor sit amet, consectetur, adipisci velit, sed quia non numquam eius modi tempora incidunt ut labore et dolore magnam aliquam quaerat voluptatem. Ut enim ad minima veniam, quis nostrum exercitationem ullam corporis suscipit laboriosam, nisi ut aliquid ex ea commodi consequatur.

At vero eos et accusamus et iusto odio dignissimos ducimus qui blanditiis praesentium voluptatum deleniti atque corrupti quos dolores et quas molestias excepturi sint occaecati cupiditate non provident, similique sunt in culpa qui officia deserunt mollitia animi, id est laborum et dolorum fuga.

Exit mobile version